रविवार, 11 अप्रैल 2021

हिज्र

"कोई वस्तु हो, कोई शख़्स हो या कोई रिश्ता, जिससे हम आख़िरी बार मिलते हैं, उसे गले लगाना ज़रूरी होता है।"

"कृष्णा"

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